Share with othersनासिक, 26 नवंबर (प्रतिनिधि) : भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर भारत का संविधान दिवस (26 नवंबर ) नासिक की ऐतिहासिक त्रिरश्मी बुद्धलेनी पर सामाजिक संस्था चरिका फाउंडेशन की स्थापना कर कर बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। भारतीय संविधान मानवीय मूल्यों की रक्षा करके प्रत्येक नागरिक के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। संस्था के अध्यक्ष मिलिंद बनसोडे ने कहा की, “हम इस संविधान की साक्षी बनकर भविष्य में भी स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, महिला अधिकारिता के क्षेत्र में संगठित होकर सामाजिक दायित्व निभाएंगे।” इस अवसर पर संस्था के…
Read Moreश्री नारायण राणे ने एमएसएमई की वृद्धि और विकास पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया
Share with othersदि.२० नोव्हें: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने आज मणिपुर के इंफाल में एमएसएमई की वृद्धि व विकास पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। इसका उद्देश्य एमएसएमई क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं और नीतियों के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था। संगोष्ठी को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री श्री नारायण राणे ने संबोधित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों के कारण मणिपुर आसियान के प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में सामने आएगा। एमएसएमई मंत्रालय के प्रौद्योगिकी…
Read Moreसीएसआईआर- एनआईएससीपीआर- निस्पर ने आईसीएमआर के सहयोग से स्वास्थ्य संचार पर संपर्क सत्र आयोजित किया
Share with othersयदि वैज्ञानिक संवाद नहीं करते हैं, तो गैर- विशेषज्ञ संवाद करना शुरू कर देंगे और फिर भ्रामक सूचनाओं और असत्य जानकारियों के बादल उठेंगे, इसलिए हमारे वैज्ञानिकों को विज्ञान संचार के महत्वपूर्ण कार्य में शामिल करना आवश्यक है”। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद – राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर- निस्पर -एनआईएससीपीआर (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च ) की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) के सहयोग से सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर द्वारा आयोजित ‘स्वास्थ्य संचार पर आयोजित संपर्क सत्र ‘ में गत 16 नवंबर 2022 को अपने उद्घाटन भाषण के दौरान इन विचारों को साझा किया। उन्होंने कहा कि हमने हाल के दिनों में कोविड -19 महामारी से बहुत कुछ सीखा और हमने देखा कि कैसे विज्ञान संचार ने अनिश्चितता के उन दिनों में अवैज्ञानिक बातों को मिटाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( आईसीएमआर ) की विभिन्न प्रयोगशालाओं के 30 वैज्ञानिकों ने भाग लिया। सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर द्वारा आईसीएमआर के सहयोग से आयोजित स्वास्थ्य संचार पर संपर्क सत्र के उद्घाटन समारोह की एक झलक : दाएं से बाएं – डॉ. रजनी कांत, वैज्ञानिक-जी, आईसीएमआर, प्रो. रंजना अग्रवाल, निदेशक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर एवं मोहन गोरे, वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर डॉ. रजनीकांत, वैज्ञानिक-जी और निदेशक, आईसीएमआर-क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र, गोरखपुर इस कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि थे। उद्घाटन समारोह के दौरान डॉ. कांत ने कहा कि ये भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसन्धान परिषद ( आईसीएमआर ) प्रयोगशालाओं के ‘सुपर 30’ वैज्ञानिक हैं और मुझे विश्वास है कि विज्ञान संचार के इस पाठ्यक्रम के बाद ये कुशल विज्ञान संचारकर्ता भी बनेंगे । उन्होंने कहा कि आईसीएमआर ने सबसे पहले स्वास्थ्य संचार पर एक पाठ्यक्रम शुरू किया है और यह समय की मांग है । वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद – राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर- निस्पर -एनआईएससीपीआर (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च ) में संपर्क सत्र में भाग लेने वाले आईसीएमआर के वैज्ञानिक सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर में पहले तकनीकी सत्र में चार विशेषज्ञों ने चिंता के विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया। श्री आर.एस. जयसोमु, मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने ‘अनुसंधान संचार बनाम विज्ञान संचार: समय की आवश्यकता’ पर व्याख्यान दिया। डॉ. वाई माधवी, मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर के वार्ता का विषय था ‘ कोविड पश्चात काल में स्वास्थ्य संचार’। डॉ. मनीष मोहन गोरे, वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने ‘ विभिन्न मीडिया प्रारूपों के लिए लोकप्रिय विज्ञान लेखन ‘ पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। श्री अश्विनी ब्राह्मी, प्रधान तकनीकी अधिकारी, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने आईसीएमआर के भाग लेने वाले वैज्ञानिकों के साथ विज्ञान संचार में उत्पादन और मुद्रण की जानकारी पर चर्चा की। पहले तकनीकी सत्र के बाद, सभी प्रतिभागियों ने सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर की वैज्ञानिक सुविधाओं का दौरा किया। इस भ्रमण के दौरान कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों ने औषधीय पौधों की प्रिंटिंग यूनिट-मशीनरी, आयुर वाटिका और पौधों, पशुओं और खनिजों पर आधारित कच्चे माल के हर्बेरियम का अवलोकन किया। सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर विज्ञान प्रौद्योगिकी नवाचार ( एसटीआई ) आधारित नीति अध्ययन- अनुसंधान और विज्ञान संचार के दो प्रमुख अधिदेशों के साथ सीएसआईआर की घटक प्रयोगशालाओं में से एक है। एनआईएससीपीआर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभिन्न प्रमुख विषयों में 16 समकक्ष समीक्षित मुक्त पहुंच पत्रिकाएँ ( ओपन एक्सेस जर्नल ) प्रकाशित करता है। देश की तीन सर्वाधिक लोकप्रिय विज्ञान पत्रिकाएं सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर से प्रकाशित होती हैं। ये पत्रिकाएं हैं साइंस रिपोर्टर ( अंग्रेजी में ), विज्ञान प्रगति ( हिंदी में ) और साइंस की दुनिया ( उर्दू में ) । दूसरे तकनीकी सत्र के दौरान तीन विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया। वरिष्ठ विज्ञान संचारक और फोटो पत्रकार श्री पल्लव बागला ने प्रतिभागियों के साथ ‘ विज्ञान संचार के चतुर तरीकों ‘ के बारे में बातचीत की। सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर के वैज्ञानिक डॉ. परमानंद बर्मन ने भारतीय पारंपरिक ज्ञान की वैज्ञानिक मान्यता पर केंद्रित ‘ स्वस्तिक और इसके मीडिया कवरेज से जुडी अंतर्दृष्टियों ( इनसाइट्स ) ‘ पर अपनी बात प्रस्तुत की । सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर के ही वैज्ञानिक डॉ. मेहर वान के व्याख्यान का विषय था – ‘ अपने शोध को आम जनता तक कैसे पहुंचाएं’। दोनों सत्रों के विशेषज्ञों की प्रेरक वार्ता से आईसीएमआर प्रयोगशालाओं के सभी प्रतिभागी वैज्ञानिकों ने बहुत कुछ सीखा। यह भी योजना बनाई गई थी कि प्रत्येक प्रतिभागी अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्र पर एक लोकप्रिय विज्ञान लेख लिखेगा और विज्ञान रिपोर्टर और विज्ञान प्रगति ( सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर की लोकप्रिय विज्ञान पत्रिका ) में प्रकाशित करने के उद्देश्य से सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर के पास भेजेगा । कार्यक्रम के अंत में आईसीएमआर के वैज्ञानिकों डॉ. एना डोगरा और डॉ. प्रिया ने प्रतिक्रिया एवं समझ ( फीडबैक एंड टेकअवे ) सत्र का समन्वयन किया। डॉ. मनीष मोहन गोरे, वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा सुश्री शुभदा कपिल, तकनीकी सहायक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया।
Read Moreआयकर विभाग का कर्नाटक में तलाशी अभियान
Share with othersदि.१८ नोव्हें.: आयकर विभाग ने 20.10.2022 और 02.11.2022 को कुछ व्यक्तियों के खिलाफ छापामारी और जब्ती की कार्रवाई की। इन व्यक्तियों ने विभिन्न रियल एस्टेट डेवलपर्स के साथ संयुक्त विकास समझौते (जेडीए) कार्यान्वित किए थे। छापामारी की इस कार्रवाई में बेंगलुरु, मुंबई और गोवा में फैले 50 से अधिक परिसर शामिल थे। इस छापामारी अभियान के दौरान दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य मिले और उन्हें जब्त किया गया। इसके अलावा विक्रय समझौता, विकास समझौता और दखल प्रमाणपत्र (ओसी) से संबंधित साक्ष्य भी जब्त किए गए हैं। इन…
Read Moreभारत के राष्ट्रीय संग्रहालय और डेनमार्क के कोल्डिंग संग्रहालय ने “डेनमार्क और भारत की चांदी की वस्तुओं के खजाने” विषय पर प्रदर्शनी के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
Share with othersनई दिल्ली दि. १७ नोव्हें. कोल्डिंग संग्रहालय और राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली में मार्च, 2023 के शुरुआत में “डेनमार्क और भारत की चांदी की वस्तुओं के खजाने” विषय पर संयुक्त रूप से एक प्रदर्शनी का आयोजन करेंगे। आज नई दिल्ली में प्रदर्शनी के लिए एक समझौता ज्ञापन-एमओयू पर नई दिल्ली स्थित भारत के राष्ट्रीय संग्रहालय और डेनमार्क में कोल्डिंग स्थित कोल्डिंग संग्रहालय के बीच हस्ताक्षर किए गए और उनका आदान-प्रदान किया गया। ● कोल्डिंग संग्रहालय और राष्ट्रीय संग्रहालय मिलकर नई दिल्ली में चांदी प्रदर्शनी का आयोजन करेंगे ● यह प्रदर्शनी…
Read Moreश्री नितिन गडकरी ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में 1206 करोड़ रुपये की 3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
Share with othersसिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल दि.१७ नोव्हें. : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में 1206 करोड़ रुपये की 3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान सांसद श्री राजू बिष्ट, श्री जयंत कुमार रॉय और केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने एक सभा को संबोधित किया। श्री गडकरी ने कहा कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है, उनमें एनएच-31 (उदलाबाड़ी) के 615.5 किलोमीटर पर लेवल क्रॉसिंग की जगह…
Read Moreनासिक के मिलिंद बनसोडे राज्यस्तरीय समाज रत्न पुरस्कार से सम्मानित
Share with othersनाशिक (दि.16) विशेष संवाददाता : रिपब्लिकन न्यूज चैनल और साप्ताहिक की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर 15 नवंबर को मायको हॉल में आयोजित भव्य समारोह में नासिक के सामाजिक व्यक्तिमत्व मिलिंद बनसोडे को ‘समाजरत्न अवार्ड’ से सम्मानित किया गया. मंच पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ.डी. एल. कराड, प्रसिद्ध ह्रदयरोगतज्ञ डॉ. अनिरुद्ध धर्माधिकारी, डॉ. मयूर पाटील (सहा. आयुक्त तथा विभागीय अधिकारी नाशिक मनपा), शशिकांत पगारे (राष्ट्रीय अध्यक्ष पुरोगामी प्रसार माध्यम पत्रकार संघ), अण्णासाहेब कटारे ( राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय रिपब्लिकन पक्ष), श्रीकांत सोनवणे (समन्वयक यशवंतराव मुक्त विद्यापिठ), अविनाश शिंदे (वंचित…
Read Moreएक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को सशक्त बनाना ; आई सेंटर का मिशन है – वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर प्रशिक्षक सर नागेश जोंधले
Share with othersश्रीयश इन्स्टिटयूट ऑफ फार्मास्युटिकल एज्यूकेशन अँड रिसर्च औरंगाबाद में एक दिवसीय कार्यशाला “डायमंड इन मी” का आयोजन औरंगाबाद (संवाददाता) दि.15 नोव्हें: “आज का युवा चाहे शहरी हो या ग्रामीण क्षेत्र, सूचना और प्रौद्योगिकी के इस युग में आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। कॉलेज शिक्षा के दौरान प्राप्त ज्ञान के साथ-साथ सेमिनारों और कार्यशालाओं के माध्यम से अर्जित कौशल ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी बुद्धि और कौशल को साबित करने के कई अवसर प्रदान किए हैं। इसी के चलते युवाओं को अपने आप में छुपे हुये हिरे…
Read Moreइंडिया द्वारा सीओपी 27, शर्म अल-शेख में “इन आवर लाइफटाइम” अभियान की शुरुआत
Share with othersपर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के तहत प्राकृतिक इतिहास के राष्ट्रीय संग्रहालय (एनएमएनएच) ने संयुक्त रूप से 18 से 23 वर्ष की आयु के युवाओं को टिकाऊ जीवन शैली के संदेश वाहक बनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए “इन आवर लाइफटाइम” अभियान शुरू किया है। यह अभियान दुनिया भर के युवाओं को क्लाइमेट एक्शन की पहल करने वाले युवाओं को पहचानने की कल्पना करता है जो कि ‘पर्यावरण के लिए जीवन शैली’ (LiFE) की अवधारणा के साथ मेल खाता है। इसे सीओपी…
Read More‘तुझ्यात जीव रंगला’ फेम अभिनेत्री कल्याणी कुरळे-जाधव का अपघाती निधन
Share with othersमहाराष्ट्र दि.१३ नोव्हें. : कोल्हापुर सांगली हाईवे पर हालोंडी के पास डंपर की चपेट में आने से ‘तुझ्यात जीव रंगला’ फेम एक्ट्रेस कल्याणी कुर्ले-जाधव का निधन हो गया। होटल से निकलते समय डंपर की चपेट में आने से उसकी मृत्यू हो गई। कल्याणी ने अभी अपना होटल व्यवसाय शुरू ही किया था। वह ‘प्रेमाची भाकरी’ नाम से होटल शुरू कर बिजनेस कर रही थी। एक्ट्रेस कल्याणी ने ‘तुझ्यात जीव रंगला’ समेत कई सीरियल्स के जरिए अपने अभिनय से अपना प्रभाव दिखाया है| कल्याणी जाधव मूल रूप से कोल्हापुर…
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