बीड (अंबाजोगाई ): बौद्ध धर्म में प्रत्येक पूर्णिमा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रत्येक पूर्णिमा तथागत के जीवन की बहुत महत्वपूर्ण घटनाओं से चिह्नित होती है। माघ पूर्णिमा पर, तथागत ने 483 ईस्वी में वैशाली में अपने महान निर्वाण की घोषणा की। भगवान के प्रिय शिष्य अग्रश्रवक सेवक भंते आनंद का निर्वाण भी माघ पूर्णिमा पर हुआ था ।18 फरवरी 2023 को माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रेरणा नगर पट्टिवड़गाँव में नौवें अखिल भारतीय बौद्ध धम्म परिषद् (चंदापुर) पट्टीवड़गांव में भव्य स्वागत एवं धम्म देशना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभी भिक्खु संघ और धम्म गुरु और भिक्खु गण उपस्थित थे।

यह प्रेरणा नगर, पट्टिवडगाँव उप-जिला अंबेजोगाई जिला बीड में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयु.अद अनंतरावजी जगतकर ने की, जबकि मुख्य अतिथि आयु. जगन्नाथ बापू सरवदे (वरिष्ठ पत्रकार), नेत्र केंद्र के निदेशक और जाने-माने लेखक आयू। सर नागेश जोंधले, ग्राम सरपंच श्याम लवले, उप सरपंच शिवाजी वाकाडे, सामाजिक कार्यकर्ता आयु संजय सालवे, आयोजक आयु आनंद रामभाऊ वाघमारे, वैजनाथ कांबले मौजूद थे। सुबह साढ़े नौ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का पूजन कर सभी धम्म गुरुओं व भिक्षु संघ की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। आदरणीय भंते द्वारा पंचशील ध्वजारोहण एवं डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चौक फलक का अनावरण किया गया।
आदरणीय भिक्खु महावीर थेरो कालेगांव, अहमदपुर और आदरणीय भिक्खु धम्मशील थेरो बीड़ ने धम्म देसना को पूरा किया। इससे पहले मुख्य अतिथि विश्वविक्रमवीर कोच व अमेजॉन के बेस्ट सेलिंग लेखक सर नागेश जोंधले ने कहा कि “दुनिया को युद्ध की नहीं बुद्ध की जरूरत है’ और कहा कि हमारे देश की अच्छी और संस्कारी पीढ़ी को एक अच्छा प्रशासक बनने की जरूरत है जो सामाजिक रूप से जागरूक हो|’ इस अवसर पर तक्षशिला बुद्ध विहार चांदापुर की ओर से आयोजित दस दिवसीय श्रमनेर शिविर में 49 श्रमणों की भागीदारी के लिए सभी श्रमणकारों, उनके माता-पिता व आयोजक आनंद वाघमारे की विशेष रूप से सराहना की गई| इसके बाद आए सभी उपासिका को भोजन कराया गया।
कार्यक्रम का संचालन सत्यपाल वाघमारे ने किया। आयोजनकर्ता आयू. आनंद रामभाऊ वाघमारे, प्रेरणा मित्र मंडल और किसा गौतमी महिला मंडल, समस्त पट्टिवड़गांव के सभी धार्मिक ग्रामवासियों ने स्वागत समारोह की सफलता के लिए जी-तोड़ मेहनत की|