अंबाजोगाई 07 जून (प्रतिनिधि) : जब 10वीं और 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित होता है, तो माता-पिता, शिक्षक, रिश्तेदार, रिश्तेदार सभी को एक ही चिंता होती है और वह है उन छात्रों के करियर के बारे में पूछना। आप क्या बनना चाहते हैं? दसवीं के बाद कौन सी ब्रांच लेंगे? ग्यारहवीं और बारहवीं में कौन से सब्जेक्ट चुने जाएंगे? इन तमाम सवालों से बच्चों और पालकों का मन भ्रमित होने लगता है| इसके लिए, यदि छात्र और माता-पिता “सफल करियर की त्रिसुची” को लागू करते हैं, तो उनके सभी सवालों के जवाब आसानी से मिल जाएंगे, ऐसा मार्गदर्शन भीमनगर, अंबाजोगाई मे आयोजित 10वीं-12वीं के गुणवान छात्रों का सम्मान समारोह में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध लेखक और ‘इंटरनेशनल पर्सनालिटी अवार्ड इन एजुकेशन’ के प्राप्तकर्ता और आयई सेंटर के संस्थापक सर नागेश जोंधले इन्होने किया।
इस अवसर पर मुख्य मार्गदर्शक के रूप में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व रिकार्ड होल्डर सर नागेश जोंधले, लेखक प्रो. गौतम गायकवाड़ (मराठी विभागप्रमुख खोलेश्वर महाविद्यालय, अंबाजोगाई) थे; जबकि डीसीसी बैंक के प्रबंधक संजय सालवे, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सुभाष तट, रमेश शिरसाट (पुलिस उपनिरीक्षक, बर्दापूर), साथ ही वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता शशिकांत सोनकांबले, व्यंकट वेडे और निवृती ठोके उपस्थित थे। करियर सक्सेस एक्सपर्ट सर नागेश जोंधले ने अपने गहन मार्गदर्शन में आगे बोलते हुए कहा कि, “करियर चुनते समय हमें तीन बातों का गहराई से अध्ययन करने की जरूरत है। इसमें 1) सबसे पहले आपको करियर की दृष्टि से उपलब्ध विभिन्न विषयों और क्षेत्रों की जानकारी प्राप्त करें। 2) मैं कौन हूँ ? यानी खुद को जानना और अपने अंदर छुपे गुणों से करियर चुनना। 3) करियर चुनते समय अपनी रुचि, अपना हुनर, अपना पक्ष, विभिन्न मानकों और मूल्यों, जैसे कमियों, भविष्य के अवसरों और बाधाओं के आधार पर करियर का चयन करना, करियर को चुनना अधिक फायदेमंद बनाता है।“ सर नागेश जोंधले ने अपने विशेष अंदाज में छात्रों और अभिभावकों से बातचीत करते हुए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध से लेकर सभी स्तरों जैसे ग्रामीण और शहरी के साथ-साथ शिक्षित-अशिक्षित और उच्च शिक्षित, छात्र-अभिभावक-शिक्षक-प्राध्यापक, गरीब -अमीर और समाज के केवल 5 फीसदी करियर की 10 अलग-अलग शाखाओं में मुख्य रूप से डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, प्रोफेसर, शिक्षक, एमपीएससी और यूपीएससी के अधिकारी, कर्मचारी आदि के अवसर निकल रहे हैं| उन्होंने कहा कि इस 21वीं सदी में आपके लिए और अधिक जागरूक होना महत्वपूर्ण है ताकि इसे चुनने का कोई सवाल ही न हो क्योंकि आप अन्य आधुनिक तकनीकों में करियर के नए अवसरों या इसे जानने की मानसिकता की कमी से अवगत नहीं हैं। आपके बच्चे के उज्जवल भविष्य के लिए ‘साइकोमेट्रिक टेस्ट’ यानी एप्टीट्यूड टेस्ट और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर 10वीं और 12वीं, डिप्लोमा के साथ-साथ ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आगे क्या? आपके और आपके बच्चे के मन की शंकाओं को दूर करने के लिए और एक निश्चित करियर चुनने के लिए भी हमारे इंटरनेशनल आई. इसलिए। 9001:2015 प्रमाणित ‘आई सेंटर’ कैंपस, संत सावता मालीनगर, से आप संपर्क कर सकते है, ऐसे कहते हुये, सभी विजेताओं और उनके माता-पिता को दिल से बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।


लेखक प्रो. गौतम गायकवाड़ जी ने अपने मार्गदर्शन में कहा की, “बच्चों को अपने माता-पिता के कष्टों को दूर करने के लिए दिन-रात समर्पित होकर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है और अगर हम पूरी दुनिया से मुकाबला करना चाहते हैं तो यह खुद को साबित करने के लिए समय की जरूरत है।“ इस वक्त कक्षा आयु.आर्यन सोनकांबळे, सोनल कांबळे, हर्षल सोनवणे, गणेश भालेराव, यश वैद्य, यश शिंदे, यश बचाटे, सायली रोडे, संध्या मस्के, वैष्णवी वाघमारे, निकिता कांबळे, साक्षी कांबळे, विशाल वेडे, राहुल मस्के, सायली ज्ञानोबा वैद्य, प्रज्योत वेडे और १२ के सिध्दांत विजय कचरे, अभिनय राजाभाऊ वाघमारे, अजितकुमार प्रविण मस्के, वैष्णवी गायकवाड, रितेश वाघमारे, निकेतन घाडगे, निखिल वाव्हळे, समिक्षा कांबळे, रोहन सावंत, प्रिती काळे इन्ही के साथ 30 गुणवान विद्यार्थीयोंका का फुल, पेन और बुक देकर देकर विशेष सम्मान किया गया। साथ ही डॉ. छायाताई हिरवे, जिन्होंने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद से “शारीरिक शिक्षा विज्ञान में राज्य में खेल प्रतियोगिताओं में महिला एथलीटों का आवेगी समायोजन और आक्रामकता” विषय पर पीएचडी प्राप्त की है, उनको विशेष सम्मान गणमान्य व्यक्तियों एवं द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का परिचय एवं संचालन पूर्वप्राचार्य लंकेश वेडे गुरुजी ने किया जबकि रमेश शिरसाठ जी ने प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए दिपक वैद्य, अशोक गंडले, विकास ताटे, विकास हिरवे, और तथागत युवा मंच का बहुमूल्य सहयोग मिला। इस अवसर पर गौतमी महिला मंडल की सभी महिलाओं के साथ-साथ युवा एवं अभिभावक(पालक) बड़े उत्साह के साथ उपस्थित रहे|