आई सेंटर में नई पीढ़ी ने बताया ‘डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर ‘ का मेरे जीवन में क्या योगदान है..?
अंबाजोगाई (प्रतिनिधि) : अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों में खुद को पूरी तरह से समर्पित करके जो ‘ज्ञान के अथाह सागर’ बने और पूरी दुनिया द्वारा ‘ज्ञान के प्रतीक’ के रूप में जाने जाते हैं ऐसे महामानव और बोधिसत्व डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर जी की 132वीं जयंती का भव्य आयोजन अंबाजोगई, बीड के आयई सेंटर में अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व पुरस्कार विजेते, प्रख्यात लेखक और कोच सर नागेश जोंधले जी की अध्यक्षता में किया गया।
आई सेंटर कैंपस, संत सावतमाली नगर, अंबाजोगाई में ‘मेरे बाबासाहेब: डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर जी का मेरे जीवन में क्या योगदान है?’ लेकिन ‘ग्रुप ए’ – पहली से चौथी, ‘ग्रुप बी’ – 5वीं से 7वीं, ‘ग्रुप सी’ – 8वीं से 10वीं और ‘ग्रुप डी’ – 11वीं से स्नातक और स्नातकोत्तर सभी ने भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब और उनके दिए गए योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और खूब अध्ययन करके अपने चुने हुए क्षेत्र में शीर्ष पर पहुंचने का फैसला किया। कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक बुद्ध वंदना के साथ तथागत गौतम बुद्ध और पूरी दुनिया को शांति का संदेश देने वाले विश्वरत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।


इस वक्त आधुनिक शिक्षा के लिये सुपरिचित और छात्र और अभिभावकोंके विश्वास के लिये रिझल्ट से हि अपने कार्य से हि अपनी कर्तुत्व को सिद्ध किये हुये ‘इन्फॉर्मेशन एक्सचेंज सेंटर’ अर्थात ‘आई सेंटर’के खुद को परिपूर्ण बनणे के हेतू अंग्रेजी संभाषण कौशल्य, स्टेज प्रस्तुती, मुलाखत कौशल्य, लीडरशिप प्रोग्राम व एमपीएससी, यूपीएससीकी तैयारी करणे वाले और “द डायनामिक टॉप रँकर” बनने के लिए प्रशिक्षण ले रहे विभिन्न बॅचेस में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों में इंजि.प्रतीक गौतम, इंजि.रोहित कोंबडे, अंग्रेजी में हरदिन उपयोग के 3600 वाक्य लिखने वाली निकिता वैरागे, पौर्णिमा विर्धे, सार्थक भिसे, यशस्वी सुरवसे, शौर्य पवार, प्रियंका जायमात्रे, श्रद्धा शेंगोळे, ओमराजे पवार इन प्रतिभावान व्यक्तियों को विभिन्न पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।