नाशिक के एमव्हीपी लॉ कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय महिला दिवस का जशन ; प्रथम वर्ष के एलएलबी छात्र द्वारा एक सफल आयोजन का आयोजन

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महाविद्यालय के प्रोफेसर के साथ साथ किया सभी श्रमिक महिलांओ का सन्मान ; दिया मानवता का संदेश !

नासिक (08 मार्च): नाशिक के एमव्हीपी लॉ कॉलेज में एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्राओं द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए सफल कार्यक्रम का आयोजन किया गया| इस कार्यक्रम का विशेष महत्व एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्र ‘कट्टर जिगरी’ द्वारा महिला शिक्षक के साथ साथ महाविद्यालय की अन्य सभी श्रमिक महिलाओं को उचित सन्मान देकर गौरवान्वित करणा रहा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. संध्या गडाख ने की। इस अवसर पर पालक शिक्षिका प्रो.जान्हवी झांजे, प्रो.चारुशिला खैरनार, प्रो.निवेदिता जाधव, प्रो.कुमारी रेणुका पाटिल, प्रो.शिल्पा गांगुर्डे, प्रो. पूजा गटकल, प्रो. सोनाली देशमुख को सम्मानित किया गया। साथ ही महाविद्यालय प्रांगण में सभी स्तर पर कार्यरत अनेक श्रमिक महिलाओं को भी इस अवसर पर विशेष उपहार एवं पुष्प देकर सम्मानित किया गया|

कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम की मुख्य अध्यक्षा एवं मुख्य अतिथि डॉ. संध्या गडाख श्रमिक महिलाओं के साथ-साथ सभी महिला शिक्षकों को सम्मानित होते देख बहुत प्रभावित हुईं। उन्होने कहा की,”यह वास्तव में छात्रों की परिपक्वता और प्रतिभा का संकेत है|” सभी महिलाओं को सम्मान देने के फैसले को देखते हुए उन्होंने इस बार इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इससे मुझे इस बात से ख़ुशी है, कि मेरे विद्यार्थी नेक मार्ग पर चलकर आदर्श निर्माण कर रहे है|

प्रो.जान्हवी झांजे ने भी इस तरह के शानदार आयोजन के लिए छात्रों के ‘कट्टर जिगरी’ समूह की प्रशंसा की। विशाल मराठे का विशेष रूप से उल्लेख किया गया और कहा गया, “ये छात्र सबसे नेक और इमानदार हैं और वे जो कुछ भी करते हैं उसमें उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। ‘कटर जिगरी’ समूह उत्कृष्ट, प्रतिबद्ध और समर्पित है।”

कार्यक्रम का सूत्रसंचलन अवनी कापसे ने किया। मेघा ढोमसे ने एक सुंदर स्वागत गीत गाया और अपनी सुरीली आवाज से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। राहुल बनसोडे, हर्षल पगारे और प्रतीक वालझाडे ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार प्रस्तुत किए, जबकि शुभम सोनवणे ने धन्यवाद प्रस्ताविक दिया।

यह आयोजन एक बड़ी सफलता थी और जीवन के सभी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए एक उत्सव था। इससे पता चला कि युवा छात्र परिपक्वता और समर्पण के साथ इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन और कार्यान्वयन कर सकते हैं। कार्यक्रम का आयोजन ‘कटर जिगरी’ समूह द्वारा किया गया, जिसमें विशाल मराठे, रंजीत खिल्लारे, स्वप्निल गोतरणे, सलोनी शार्दुल,ऐश्वर्या, समीर शेख, देवीदास चिलगर, अक्षय दुधाले, विनोद राठौड़, धनराज निकुंभे, गोविंद नागरगोजे आदि ने इस अवसर पर विशेष मेहनत ली|

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